Hi friends i am Neeraj and i am starting this blog for all of you.
Tuesday, April 24, 2007
खत
मैने तुझे आज फिर एक खत लिखा है उस मैं अपने प्यार का पैगाम लिखा है ज़रा गोर से पड़ना उस मैं मेरे आंशुओं बूँदे भी होगीं मेरी सिसकियों आहें भी होंगी तेरे बिन जितने भी पल गुज़ारे मैं उन सब का हिसाब लिखा है मैने तुझे आज फिर एक खत लिखा है
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