कहाँ दिल छोड़ आये हो, बहुत चुप चाप से रहते हो,
न बनते हो न संवरते हो, न कोई बात करते हो,
भरी महफ़िल में भी अक्सर, हमेशा खोये रहते हो,
उदासी आँखों में ले के, हर एक चेहरे को तकते हो,
कोई जब याद आता है तो, ठंडी आह भरते हो,
तो खुल कर क्यूँ नहीं कहते, किसी से प्यार करते हो।